आरती
गायत्री माता की आरती
गायत्री माता की आरती जय गायत्री माता, जयति जय गायत्री माता ।सत् मारग पर हमें चलाओ, जो है सुखदाता ॥जयति जय गायत्री माता… आदि शक्ति तुम अलख निरंजन, जगपालक कर्त्री ।दु:ख शोक, भय, क्लेश, कलश, दारिद्रय, दैन्य हर्त्री ॥जयति जय गायत्री माता… ब्रह्म रूपिणी, प्रणात पालिनी, जगतधातृ अम्बे ।भवभयहारी, जनहितकारी, सुखदा जगदम्बे ॥जयति जय गायत्री माता… भयहारिणी […]
कांगड़ा माता की आरती
कांगड़ा माता की आरती ॐ जय बज्रेश्वरी माता मैया जय बज्रेश्वरी माता ।कांगड़ा मंदिर तेरा सबके मन भाता ॥ॐ जय बज्रेश्वरी माता… शक्तिधाम है आंचल पिंडी रूप लिया ।पालनहारी बनकर जग कल्याण किया ॥ॐ जय बज्रेश्वरी माता… जगमग ज्योति जागे अंधियारा हरती ।अन्नपूर्णा तू ही भंडारे भरती ॥ॐ जय बज्रेश्वरी माता… जोड़ा सिंह का दर पे […]
श्री अहोई माता आरती
श्री अहोई माता आरती संतान सुख और उनकी लंबी आयु की कामना के लिए कार्तिक मास कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि पर अहोई अष्टमी का व्रत किया जाता है। इस व्रत की खास बात यह है कि जिस दिन की अहोई अष्टमी होती है, अगले सप्ताह उसी दिन की दिवाली मनाई जाती है। इस व्रत में महिलाएं […]
श्री संतोषी माता आरती
श्री संतोषी माता आरती जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता।अपने सेवक जन को, सुख संपत्ति दाता।।जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता.. सुंदर, चीर सुनहरी, मां धारण कीन्हो।हीरा पन्ना दमके, तन श्रृंगार लीन्हो।।जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता.. गेरू लाल छटा छवि, बदन कमल सोहे।मंद हंसत करूणामयी, त्रिभुवन जन मोहे।।जय संतोषी माता, मैया […]
श्री शनिदेव आरती
श्री शनिदेव आरती जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी ।सूरज के पुत्र प्रभु छाया महतारी ॥॥ जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी ॥ श्याम अंक वक्र दृष्ट चतुर्भुजा धारी ।नीलाम्बर धार नाथ गज की असवारी ॥॥ जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी ॥ क्रीट मुकुट शीश रजित दिपत है लिलारी ।मुक्तन की माला गले […]